Edgbaston Stadium History
Edgbaston Stadium- जो इंग्लैंड के बर्मिंघम शहर में स्थित एक प्रतिष्ठित क्रिकेट मैदान है। जिसने टेस्ट मैच, वनडे और टी20 क्रिकेट सहित प्रमुख खेलों का आयोजन किया है। Edgbaston Stadium जो इंग्लैंड के बर्मिंघम शहर में स्थित है, इस स्टेडियम का निर्माण 1882 में हुआ और वारविकशायर काउंटी क्रिकेट क्लब (Warwickshire County Cricket Club) ने इस क्रिकेट मैदान का निर्माण किया। इस स्टेडियम में दर्शकों की बैठने की क्षमता लगभग 24,000 से अधिक की है। 1883 में, Edgbaston Stadium पर पहला प्रथम श्रेणी मैच खेला गया और 1888 के दशक में इस स्टेडियम पर टेस्ट मैच का आयोजन भी होने लगा। इस मैदान पर पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया जिसमे इंग्लैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अपना पहला घरेलू टेस्ट मैच जीता।
Edgbaston Stadium -का गौरवशाली दौर
Edgbaston Stadium- ने कई अंतराष्ट्रीय और रोमांचित मैचों का आयोजन किया है, इस स्टेडियम पर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच कई यादगार एशेज टेस्ट सीरीज के मैच भी खेले गए हैं। साथ ही इस मैदान पर पहला वनडे मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, Edgbaston Stadium में निरंतर विकास देखने को मिला,1950 के दशक में यहाँ 1 कॉप स्टैंड (The 1st Cope Stand) को बनाया गया था। धीरे – धीरे स्टेडियम में दो और स्टैंड का निर्माण किया गया, जिनका नाम गिलेट और मैकडॉनल्ड्स स्टैंड (The Hollies Stand) था। 1972 में, Edgbaston Stadium पर फ्लडलाइट्स लगाई गईं, जिससे पहली बार Edgbaston Stadium में नाइट क्रिकेट का आयोजन किया गया।
Edgbaston Stadium- में यादगार लम्हें
1902 में, Edgbaston Stadium में वेस्टइंडीज के जॉर्ज हेडली (George Headley) ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू में 308 रन बनाए, जो उस समय किसी भी वेस्टइंडीज क्रिकेटर द्वारा बनाया गया सर्वाधिक स्कोर था।
1983 में, विश्व कप फाइनल Edgbaston Stadium में खेला गया जो भारत और वेस्टइंडीज के बीच एक रोमांचक मुकाबला हुआ, जिसमें इंडियन टीम के खिलाड़ी कपिल देव ने शानदार 175 रन की पारी ने भारत को शानदार जीत दिलाई है।
Edgbaston Stadium- में निरन्तर विकास
2003 में, Edgbaston Stadium में निरंतर विकास हो रहा था,स्टेडियम में नई वीच कैर स्टैंड (The Eric Hollies Stand) का निर्माण किया गया, जिसने इस स्टेडियम में दर्शकों की क्षमता को 24,000 से बढ़ाकर 28,200 कर दिया। साथ ही, ड्रेसिंग रूम, मीडिया सेंटर के साथ और भी कई सुविधाओं को शामिल किया गया।
Edgbaston Stadium- पिच रिपोर्ट
Edgbaston Stadium की पिच बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों के लिए अनुकूल मानी जाती है। यह पिच सभी फॉर्मेट में अलग होती है, इसलिए एक नज़र डालते हैं तीनों फोर्मट्स के ऊपर।
टेस्ट मैच:
शुरुआती स्विंग और सीम : नई गेंद के साथ तेज गेंदबाजों को स्विंग और सीम मिलती है, जिससे बल्लेबाजों को शुरुआत में संभलकर खेलना पड़ता है।
बल्लेबाजी के अनुकूल हो जाना जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है, पिच थोड़ी सपाट हो जाती है और बल्लेबाजों को रन बनाने में आसानी होती है।
इस पिच पर स्पिन गेंदबाज़ को टर्न मिल सकता है, जिससे स्पिन गेंदबाज़ विकेट लेने में सफल हो सकते हैं।
वनडे मैच:
वनडे में यहाँ की पिच बल्लेबाज़ और गेंदबाज़ दोनों के लिए अनुकूल होती है। इस पिच पर तेज गेंदबाज़ को स्विंग देखने को मिलती है जिससे बल्लेबाज़ संभल कर खेलते हैं। स्पिन गेंदबाज़ को टर्न देखने को मिलता है जिससे बल्लेबाज़ों को रन बनाने में मुश्किल होती है। पिच पर बल्लेबाजों को स्वतंत्र रूप से बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है, जिससे उच्च स्कोर बनने की संभावना रहती है।
टी20 मैच:
टी20 में इस पिच पर बल्लेबाज़ों का दबदबा होता है, तेज गेंदबाज़ को शुरुआत में स्विंग देखने को मिलता है लेकिन बॉल जल्द ही पुरानी हो जाती है जिसकी वजह से बल्लेबाज़ों को बड़े शॉट खेलने में आसानी होती है। स्पिन गेंदबाज़ों को थोड़ी मदद मिलती है जिससे स्कोरबोर्ड पर रन लगने थोड़े बंद हो जाते हैं लेकिन आम -तोर पर यह मैदान हाई – स्कोरिंग मैदान के रूप में जाना जाता है।