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P Sara Oval – Cricket Stadium In Sri Lanka

P Sara Oval - Cricket Stadium In Sri Lanka

P Sara Oval Cricket Stadium का इतिहास

P Sara Oval- क्रिकेट स्टेडियम का नाम आधिकारिक रूप से Pakiasothy  Saravanamuttu Stadium है, जिसे लोग P Sara Oval के नाम से जानते है। यह कोलंबो, श्रीलंका में स्थित एक ऐतिहासिक मैदान है। जिसमें दर्शकों की बैठने की क्षमता 15,000 से अधिक की है। इस स्टेडियम ने कई ऐतिहासिक मैचों की मेजबानी की है। 1982 में यहाँ पहला टेस्ट मैच आयोजित किया गया था।

P Sara Oval- स्टेडियम 1920 के दशक में बनाया गया था और इस स्टेडियम का उद्धघाटन 1945 में हुआ था, शुरुआत में इसे कोलंबो ओवल के नाम से जाना जाता था। 1976 में इस स्टेडियम का नाम बदलकर Pakiasothy Saravanamuttu कर दिया गया, जिसे श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के पहले अध्यक्ष के नाम पर रखा गया है।

महत्वपूर्ण घटनाएं:

1982 में : श्रीलंका ने अपना पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ इसी मैदान पर खेला जिसमें श्रीलंका की टीम 7 विकेट से हार गया था।

1985 में : श्रीलंका ने अपना पहला टेस्ट मैच जीत इसी मैदान पर भारत के खिलाफ 8 विकेट से हासिल की।

1994 में : श्रीलंका ने न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हराकर अपने पहले टेस्ट मैच की जीत इसी मैदान पर हासिल की।

2002 में : इस स्टेडियम पर ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के टेस्ट मैच श्रंख्ला भी खेली गयी थी।

विशेषताएं:

P Sara Oval स्टेडियम का मैदान छोटा है, जिसमें एक तरफ निचले स्तर के स्टैंड और दूसरी तरफ घास के किनारे हैं। यह सबसे प्रसिद्ध क्रिकेट स्टेडियम है जिसमें आइवी से ढका स्कोरबोर्ड है। P Sara Oval स्टेडियम तमिल यूनियन क्रिकेट और एथलेटिक क्लब का घरेलू मैदान है। P Sara Oval स्टेडियम आज श्रीलंकाई क्रिकेट टीम का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इस मैदान को घरेलू मैच और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए उपयोग किया जाता है।

P Sara Oval Cricket Stadium Pitch Report

P Sara Oval, जिसे Pakiasothy Saravanamuttu Stadium के नाम से भी जाना जाता है, यह बल्लेबाजों के लिए एक आसान मैदान नहीं है। यह आमतौर पर एक धीमी पिच मानी जाती है, जिसकी वजह से गेंदबाज़ों को अधिक फायदा मिलता है। P Sara Oval स्टेडियम की पिच धीमी होने के कारण, बल्लेबाज़ों को रन बनाना मुश्किल हो सकता है, खासकर शुरुआती ओवरों में। यहाँ बड़े स्कोर बनाना मुश्किल है। स्पिन गेंदबाज़ों को इस पिच पर अच्छी मदद मिलती है, गेंद में काफी टर्न होता है। तेज गेंदबाज़ों को भी इस पिच पर शुरूआती में स्विंग देखने को मिलता है लेकिन मैच आगे बढ़ते ही कम हो जाती है।

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