आज हम बात करने वाले है विश्वा के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम के बारे में आज के अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में नरेंद्र मोदी स्टेडियम के नाम से हर कोई वाकिफ है. लेकिन हर कोई इसके इतिहास को नहीं जनता है। आज हम अपने ब्लॉग के माध्यम से आपको नरेंद्र मोदी स्टेडियम का इतिहास बताने जा रहे है।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम का इतिहास
साल 1982 से पहले भारत में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को होस्ट करने के लिए बहुत काम विकल्प मौजूद थे जिनमे से एक भारत के गुजरात राज्य में स्थित सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम भी था. जो अहमदाबाद म्युनिसिपल (CO) के अंतर्गत अत था , नवरंगपुर इलाके में स्थित इस स्टेडियम के अलावा गुजरात और भारत को अपना नया क्रिकेट स्टेडियम देने के मकसद से साल 1982 में गुजरात सरकार ने गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन को सावरमती नदी के किनारे क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए 100 एकड़ जमीन देने का फैसला किया था। भारत के नये सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम को बनने में कम से कम 9 महीने का समय लग गया था। सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण पूरा होने के बाद 1983 में, स्टेडियम में 50,000 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था थी।
1983 में स्टेडियम का निर्माण किया गया था और इस स्टेडियम के बनने के बाद हर साल स्टेडियम में अंतराष्ट्रीय मैचों का आयोजन होने लगा। भारतीय क्रिकेट को कई यादगार पल देने वाले इस मैदान को हम मोटेरा स्टेडियम के नाम से जानते है 12 -16 नवम्बर 1983 को मोटेरा स्टेडियम की जमीन पर पहली बार टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज और भारत के बीच खेला गया जिसके बाद अगले साल 5 अक्टूबर को वहां ONE DAY (ODI) मैच भी खेला गया। और 28 दिसम्बर 2012 को इस मैदान में भारत और पाकिस्तान के बीच T20 मैच भी खेला गया था। भारतीय जगत के महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने इसी मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले दस हजार रन बनाने का काम किया था।
1983 में स्टेडियम का निर्माण हुआ था और साल 2006 में मोटेरा में स्थित इस स्टेडियम के रिनोवेट करने का फैसला लिया गया जिसके अतरिक्त मैदान आउटफील्ड को और भी चीज़ो का बदलने का काम शुरू कर दिया गया यहाँ से लगातार 9 साल तक यह स्टेडियम भारत में क्रिकेट मैचों को होस्ट करने में से एक रहा है
नरेंद्र मोदी स्टेडियम दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में से दूसरे स्थान पर आता है जिसमे बैठने की क्षमता 132,000 दर्शको की है और 24 फरवरी 2021 को इस स्टेडियम का नाम सरदार पटेल स्टेडियम से बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम रखा गया। और इस स्टेडियम का उद्घाटन 24 फरवरी 2020 को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने किया था.
नरेंद्र मोदी स्टेडियम की खासियत?
यह स्टेडियम भारत में है जो गुजरात के अहमदाबाद मोटेरा में स्थित है, स्टेडियम की खासियत यहा है की यहा स्टेडियम बहुत ही बड़ा है और यहाँ लाखों की जनसँख्या में दर्शक आ जाते हैं, 2020 तक नरेंद्र मोदी स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम था और अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम है जहाँ 132,000 दर्शकों की बैठने की क्षमता है।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम का पुराना नाम ?
24 फरवरी 2020 को नरेंद्र मोदी स्टेडियम का उद्घाटन हुआ था और ठीक एक साल बाद 24 फरवरी 2021 को सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम रखा गया।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच कैसी है ?
बल्लेबाजों के लिए बैटिंग करने के लिए यहा एक बेहतर पिच मानी जाती है यहां रन बनाना बैट्समैन के लिए आसान होता है पिच में उछाल अच्छा होता है जिसका बैट्समैन भरपूर फायदा उठाते हैं. इस पिच पर गेंदबाज़ों के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकती है क्योंकि इस पिच पर गेंद ज्यादा स्विंग नहीं होती है और इस वजह से बैट्समैनों को खेलने में आसानी हो जाती है, अगर स्पिन की बात करे तो जब पिच थोड़ी पुरानी हो जाए तो स्पिन गेंदबाज़ों को मदद मिल सकती है।नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच एक संतुलित पिच है जो बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए अच्छी है। इस पिच पर बड़े स्कोर देखने को मिलते है। कैसी है
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