Barbados Cricket Stadium- जो ब्रिजटाउन, बारबाडोस के सुनहरे वातावरण में स्थित, केंसिंग्टन ओवल में है. इस स्टेडियम की वजह से कैरेबियाई टीम ने क्रिकेट पर एक अच्छी पकड़ बनायीं है. Barbados Cricket Stadium 1800 के दशक के शुरुआत से ही फैला हुआ था, स्टेडियम में खेल की शुरुआत ब्रिटिश सैन्यकर्मियों ने की थी।
शुरुआत में इस मैदान पर सैन्य परेड होती थी, क्रिकेट खेल की बढ़ती लोकप्रियता के कारण यहाँ एक क्रिकेट स्टेडियम की आवश्यकता आन पड़ी, जो साल 1833 में एक पिकविक क्रिकेट क्लब के नाम से बनाया गया, शुरुआत के वर्षों में यहाँ अंतर -क्लब प्रतियोगिताए और स्थानीय मैच खेले गए. वह क्षण आ ही गया जब इस स्टेडियम का नाम बदला गया, पिकविक क्रिकेट क्लब जो कई कठिनाइयों का सामना कर रहा था,
पिकविक क्रिकेट क्लब ने मैदान को बारबाडोस क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) को दे दिया। बारबाडोस क्रिकेट एसोसिएशन ने इस स्टेडियम का नाम “केंसिंग्टन ओवल” दे दिया ज्यादातर क्रिकेट दर्शक इस स्टेडियम को Barbados Cricket Stadium के नाम से जानते हैं। यह स्टेडियम क्रिकेट मैचों का आयोजन करने के लिए एक प्रमुख स्थान बन गया।
कैरेबियाई टीम और दर्शकों के क्रिकेट जूनून और लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें अपनी एक नयी पहचान मिल गयी। Barbados Cricket Stadium में पहला अंतराष्ट्रीय रिकॉर्ड किया गया टेस्ट मैच, बारबाडोस और ब्रिटिश गुयाना दोनों टीमों के बीच 1895 में केंसिंग्टन ओवल में खेला गया था इस ऐतिहासिक मैच ने क्रिकेट जगत में अपनी एक अलग पहचान बना ली थी।
20वीं सदी की शुरुआत में Barbados Cricket Stadium पर विकास देखने को मिला, स्टेडियम में कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी जिनमे से स्टैंड बनाए गए और पिच पर सुधार किया गया। Barbados Cricket Stadium ने 1902 में, इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले आधिकारिक टेस्ट मैच का आयोजन किया। महान क्रिकेट लेखक नेविल कार्डस ने इस पिच के माहौल के बारे मि लिखा, जिसमे लिखा था केंसिंग्टन ओवल स्टेडियम वेस्ट इंडीज क्रिकेटरों के लिए तीर्थ स्थान है।
1930 और 1970 के दशक के बीच वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम ने क्रिकेट जगत में एक अलग पहचान बना ली जिसमे केंसिंग्टन ओवल के स्टेडियम ने अहम् भूमिका निभाई थी। जॉर्ज हेडली, एवर्टन वीक्स और सर गारफील्ड सोबर्स जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के साथ-साथ वेस हॉल और चार्ली ग्रिफिथजैसे खतरनाक तेज गेंदबाजों वेस्टइंडीज की टीम में शामिल थे, और वेस्टइंडीज के बल्लेबाज़ अपनी ताकत की वजह से मशहूर हुआ करते है।
Barbados Cricket Stadium जो वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के लिए एक प्रमुख स्थान बन गया, दिग्गज और ताकतवर क्रिकेटरों से भरी यह टीम को देखकर दूसरी टीम के लिए डरावना माहौल बन जाता था। वेस्टइंडीज की टीम ने 1950 में इंग्लैंड और 1965 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार जीत ने वेस्टइंडीज क्रिकेट को एक अलग ऊंचाई पर पहुँचाया है।
Barbados Cricket Stadium -यादगार पल
सर गारफील्ड सोबर्स के नाबाद 365 रन: सर गारफील्ड सोबर्स जो वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर थे इन्होने 1968 में इस स्टेडियम एक यादगार पारी खेली थी जो उस समय का सर्वोच्च टेस्ट स्कोर था।
विश्व कप का गौरव: Barbados Cricket Stadium ने 1979 क्रिकेट विश्व कप की सह-मेजबानी की, जिसका फाइनल स्टेडियम में खेला गया। वेस्टइंडीज की विजय हुई थी।
ब्रायन लारा का 501 रन: 1994 में, त्रिनिदाद के बल्लेबाज ब्रायन लारा ने Barbados Cricket Stadium में 501 रन बनाकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
Barbados Cricket Stadium Pitch Report
Barbados Cricket Stadium- की पिच बल्लेबाज़ और गेंदबाज़ दोनों के लिये अनुकूल मानी जाती है यहाँ की पिच पर उछाल ज्यादा है जिससे बल्लेबाज़ बॉउंड्री मारते है लेकिन कई बार विकेट भी होते हैं, इस पिच पर तेज गेंदबाज़ों को शुरुआत में स्विंग देखने को मिलता है. पिच धीमी होने के कारण स्पिन गेंदबाज़ों को थोड़ी बहुत मदद मिलती है। यह पिच बल्लेबाज़ और गेंदबाज़ दोनों के लिए एक समान है।
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