डीवाई पाटिल स्टेडियम भारत के महाराष्ट्र के नवी मुंबई में स्थित है इस स्टेडियम का उद्धघाटन 2008 में हुआ था इस स्टडियम को घरेलू क्रिकेट मैचों के लिए एक प्रमुख स्थल माना जाता है स्टेडियम का निर्माण डीवाई पाटिल संस्थान द्वारा किया गया, डी.वाई. पाटिल इस संस्थान के अध्यक्ष भी थे डीवाई पाटिल स्टेडियम में दर्शकों के बैठने की क्षमता 55,000 तक की है इस स्टेडियम में भारतीय क्रिकेटरों और दर्शको की बहुत से यादे जुडी हुई है यह क्रिकेट स्टेडियम भारत के सबसे बड़े स्टेडियमों में से एक है। स्टेडियम में तीन प्रकार के स्टैंड है जिनमे से कॉर्पोरेट बॉक्स, लक्जरी सुइट्स और प्रेस बॉक्स शामिल हैं। इस स्टेडियम को और भी बेहतर बनाती है इसकी फ्लूडलाइट, आउटफील्ड और खिलाडियों का ड्रेसिंग रूम है. डीवाई पाटिल स्टेडियम ने कई महत्वपूर्ण अंतराष्ट्रीय और घरेलु क्रिकेट मैचों का आयोजन किया है। स्टेडियम ने 2009 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच का आयोजन किया है, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया की सबसे मेहेंगी लीग है जिसका 2013 का फाइनल इसी स्टेडियम पर खेला गया था और इस स्टेडियम पर आईपीएल के और भी कई मैचों का आयोजन हुआ है , जिसमें प्लेऑफ़ भी शामिल थे। साथ ही इस स्टेडियम पर 2023 में महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के शुरुआती मैचों का आयोजन भी किया है।
डीवाई पाटिल स्टेडियम को कई विवादों का सामना भी करना पड़ा, साल 2010 को स्टेडियम में आईपीएल मैचों की मेजबानी करने के लिये मना कर दिया गया था क्योंकि इस स्टेडियम में 2010 में कुछ ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध नहीं थी. 2013 में, स्टेडियम पर भारी बारिश के कारण भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच को रद्द कर दिया गया था।
डीवाई पाटिल स्टेडियम की पिच कैसी है ?
डीवाई पाटिल स्टेडियम की पिच को ज्यादातर बल्लेबाजों के लिए अनुकूल मानी जाती है यहं की पिच लाल मिटटी से बनी होती है पिच पर बाउंस और गति देखने को मिलती है बल्लेबाज़ों को इस मैदान पर रन बनाने में आसानी होती है स्पिन गेंदबाज़ों को थोड़ी बहुत मदद मिल सकती है लेकिन तेज गेंदबाज़ों को इस पिच पर मेहनत करनी पड़ेगी विकेट लेने के लिये स्विंग गेंदबाज़ों को इस पिच पर सफ़लता मिल सकती है. इस मैदान पर ज्यादातर बड़े स्कोर देखने को मिलते है और चेस भी हो जाते है।