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धर्मशाला स्टेडियम का इतिहास- History Of Dharamshala Stadium

धर्मशाला स्टेडियम

धर्मशाला स्टेडियम की स्थापना 2003 में हुई थी, इस स्टेडियम की नींव 2000 के दशक की शुरुआत में पड़ी और यह स्टेडियम तीन साल के अंदर तैयार हो गया था. हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) ने इस स्टेडियम को एक अलग ही दृश्य दिया है यह स्टडियम पहाड़ों के बीच में बना है और यहाँ ठंडी हवा भी चलती रहती है, स्टेडियम का निर्माण लगभग 1,457 मीटर (4,780 फीट) है जिसकी वजह से यह दुनिया का सबसे ऊंचे क्रिकेट स्टेडियमों में से एक माना जाता है इस स्टडियम में भारतीय टीम ने अपना पहला मैच 2013 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम भारत के सभी क्रिकेट स्टेडियमों में से एक है यह स्टेडियम पहाड़ों के बीच में बना है और हरी-भरी हरियाली से सजा हुआ ही इस स्टेडियम को दूसरे स्टेडियमों से अलग बनाती है यहाँ की ढंडी हवा, हरी-भरी हरियाली वाला यह स्टडियम दर्शकों को मैच देखने का एक अलग ही अनुभव कराती है। स्टेडियम में लगभग 23,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता है,स्टेडियम की सबसे ख़ास बात है इसकी घास से ढकी छत है, जो पास की पहाड़ियों से मिलती जुलती है और आसपास के वातावरण को सौंदर्य बनाए रखने में मदद करती है। और इस स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैचों और अंतराष्ट्रीय मैचों का आयोजन भी किया जाता है। धर्मशाला भारतीय क्रिकेट टीम और भारतीय दर्शकों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है, भारतीय टीम के इस स्टेडियम पर यादगार मैचेस हुए है यह भारतीय टीम टेस्ट मैच, एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ODI), और ट्वेंटी-20 अंतर्राष्ट्रीय (T20I) खेलती है।

धर्मशाला स्टेडियम किसने बनाया था?

धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम जिसे हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता है इस स्टेडियम का निर्माण हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (HPCA) ने किया है स्टेडियम का उद्घाटन 24 सितंबर 2003 को हुआ था। यहाँ दुनिया का सबसे ऊंचा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियमों में से एक मन जाता है और यहाँ कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों का आयोजन भी किया गया है।

धर्मशाला स्टेडियम क्यों प्रसिद्ध है?

धर्मशाला स्टेडियम जिसे हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (HPCA ) के नाम से भी जाना जाता है यह स्टेडियम अपनी सुंदरता के लिये जाना जाता है जो हिमालय के बीच में स्थित है, यहाँ की ढंडी हवा, हरी-भरी हरियाली वाला यह स्टडियम दर्शकों को मैच देखने का एक अलग ही अनुभव कराता है। यह स्टेडियम हिमाचल प्रदेश क्रिकेट टीम का घरेलु मैदान भी है।

धर्मशाला स्टेडियम बल्लेबाजी की पिच है या गेंदबाजी की पिच?

धर्मशाला स्टेडियम की पिच बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों के लिए अनुकूल मानी जाती है तेज गेंदबाज़ को इस स्टेडियम पर नई गेंद से स्विंग देखने को मिलती है और जब पिच पुरानी हो जाती है तो यहाँ की पिच फिर बल्लेबाज़ों के अनुकूल हो जाती है बात करे स्पिन गेंदबाज़ो की तो यहाँ की पिच पर स्पिन गेंदबाज़ो को टर्न और उछाल देखने को मिलती है। कुल मिलाकर यहाँ की पिच बल्लेबाज़ों के लिये अनुकूल मानी जाती है।

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