Headingley Cricket Ground का इतिहास
Headingley Cricket Ground– इंग्लैंड के ऐतिहासिक क्रिकेट मैदानों में से एक है। यह यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब (YCCC) का घरेलू मैदान है और यहाँ 1899 में टेस्ट क्रिकेट का पहला मैच खेला गया था। 18th शताब्दी में इस स्टेडियम की जमीन चरागाह के रूप में इस्तेमाल की जाती थी। 1788 में यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब (YCCC) की स्थापना हुई। 1821 में, सर थॉमस गेस्कील ने हेडिंग्ले शहर में एक क्रिकेट मैदान बनाने के बारे में सोचा। 1826 में, YCCC ने इस क्षेत्र में जमीन को खरीद लिया और उस पर एक क्रिकेट मैदान को विकसित करने का कार्य शुरू किया। शुरुआत में इस स्टेडियम पर प्रथम श्रेणी के मैच खेले जाते थे। साल 1890 में Headingley Cricket Ground की स्थापना हुई। स्टेडियम में दर्शकों की बैठने की क्षमता लगभग 17000 तक की थी। इस स्टेडियम में धीरे – धीरे निरंतर विकास होता रहा और यह मैदान इंग्लैंड टीम के लिए एक प्रमुख स्थल के रूप में योगदान देने लगा है।
टेस्ट क्रिकेट का आगमन
1899 में, Headingley Cricket Ground टेस्ट क्रिकेट की मेजबानी करने वाला छठा मैदान बन गया। इस स्टेडियम पर पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया था जिसमे इंग्लैंड ने जीत हासिल की। इसके बाद स्टेडियम में कई टेस्ट क्रिकेट मैचों की मेजबानी की गयी। इस स्टेडियम में कई यादगार टेस्ट मैच खेले गए हैं, 1902 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच रोमांचित मैच देखने को मिला जिसमें इंग्लैंड की ऐतिहासिक जीत शामिल थी. इस सीरीज में, इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने “बॉडीलाइन” गेंदबाजी का इस्तेमाल किया, जिससे ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। Headingley Cricket Ground में कई अंतरास्ट्रीय क्रिकेट मैचों की मेजबानी भी की है, यह स्टेडियम अपनी सुंदरता और टेस्ट मैचों के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
हेडिंग्ले में यादगार लम्हें
1948 में, Headingley Cricket Ground पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच खेला गया इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने जीत ही नहीं बल्कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक ऐतिहासिक जीत अपने नाम की। इस मैच में इंग्लैंड टीम को 404 रन बनाने थे, और ऑस्ट्रेलिया की टीम में डॉन ब्रैडमैन अनुपस्थिति थे। लेकिन जब भी डॉन ब्रैडमैन ऑस्ट्रेलियाई टीम में होते तो इन्हे हराना बहुत ही मुश्किल हो जाता था। हालाँकि इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन किया और लक्ष्य को हासिल कर लिया।
1960 और 1970 के दशक में, इस स्टेडियम पर वेस्टइंडीज की टीम के आठ और भी कई रोमांचक टेस्ट मैचों का स्थल बना। 1975 में, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच खेला गया टेस्ट मैच जिसमे इंग्लैंड की जीत को “कॉन्करर ऑफ हेडिंग्ले” के रूप में जाना जाता है। इस मैच में इंग्लैंड बैट्समैन इयान बॉथम के शानदार प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड टीम ने यह लक्ष्य हासिल कर लिया था।
Headingley Cricket Ground- पिच रिपोर्ट
Headingley Cricket Ground-की पिच बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल मानी जाती है। इस मैदान पर गेंद अच्छी तरह से बल्ले पर आती है, जिससे बल्लेबाजों को बड़े शॉट खेलने में आसानी होती है। इस पिच पर तेज गेंदबाजों को भी कुछ मदद मिल सकती है, खासकर अगर ओवरकास्ट की स्थिति हो। तेज गेंदबाज़ को शुरुआत में स्विंग और सीम मिलता है। स्पिन गेंदबाज़ों को इस पिच पर काम मदद मिलती है, पिच पर घास ज्यादा होने से स्पिन गेंदबाज़ को टर्न नहीं मिलता है। इस पिच आम तौर पर उच्च स्कोरिंग मैच देखने को मिलते हैं। यहां पिछले टी20 मैचों में औसत पहली पारी का स्कोर 164 रहा है।